बीरांगना फूलनदेवी पर अश्लील टिप्पणी वाले अपने आपको सुरक्षित न समझेः सुधीर कश्यप

चंद्रशेखर प्रजापति
सीतापुर। प्रदेश सचिव राजेश कश्यप ने कहा भारतीय इतिहास में कुछ व्यक्तित्व केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि संपूर्ण संघर्ष, साहस और विद्रोह की जीवंत गाथा बन जाते हैं। वीरांगना फूलन देवी उन्हीं में से एक थीं—जो शोषितों, वंचितों और नारी गरिमा की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित करने वाली योद्धा थीं फूलन देवी का जीवन आसान नहीं था। उनका जन्म एक गरीब मल्लाह परिवार में हुआ, और बाल्यावस्था से ही उन्हें अन्याय और शोषण का शिकार होना पड़ा। समाज की विषमताओं ने उन्हें अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने को बाध्य किया। आगे उन्होंने ने कहा मछुआ आरक्षण हमारा संवैधानिक अधिकार है संविधान में 53नम्बर पर मझवार तथा 66नम्बर पर तुरैहा लिखा है फिर भी 70सालो से इधर से उधर भटकाया जा रहा है वहीं EWS 10./. आरक्षण 24घंटे में दे दिया जो संविधान में लिखा भी नहीं है
जिला अध्यक्ष सुधीर कश्यप ने कहा उन्होंने अपने आत्म-सम्मान और महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से संसद तक पहुंचीं, जहां उन्होंने वंचितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
आज, यदि डॉ. आशीष द्विवेदी जैसे लोग वीरांगना फूलन देवी के विरुद्ध अश्लील और अपमानजनक टिप्पणी करते हैं, तो यह केवल उनकी निम्नस्तरीय मानसिकता को ही उजागर नहीं करता, बल्कि यह समाज के नैतिक मूल्यों और नारी सम्मान पर भी सीधा प्रहार है। फूलन देवी का अपमान करना उन सभी महिलाओं का अपमान है, जो अपने आत्मसम्मान और अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही हैं।
वीरांगना फूलन देवी महिला सशक्तिकरण की मिसाल थीं। उन्होंने यह सिद्ध किया कि कोई भी महिला, चाहे उसका अतीत कितना भी कठिन क्यों न रहा हो, अपने हक और सम्मान की लड़ाई लड़ सकती है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है कि आज भी कुछ लोग महिलाओं के संघर्ष और उपलब्धियों को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं।
हमारी प्रमुख मांगें:
1. डॉ. आशीष द्विवेदी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए।
2. वीरांगना फूलन देवी के अपमान के लिए सार्वजनिक माफी मांगी जाएं।
3. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु कड़े कानून लागू किए जाएं।
4.
4.फूलन देवी जी की हत्या की CBI जांच की जाय।
5. पूर्व सांसद की मां को सांसद का दर्जा दिया जाय।
वीरांगना फूलन देवी का जीवन हमें यह सिखाता है कि कोई भी अन्याय और दमन स्थायी नहीं होता। आत्मसम्मान और न्याय की लड़ाई लड़ने वाली हर महिला समाज में क्रांति ला सकती है। हमें उनकी विरासत को संजोना है और उनके सम्मान की रक्षा करनी है।
अतः हम सरकार से तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति महिला सशक्तिकरण की प्रतीक विभूतियों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का साहस न कर सके।
इस मौके पर
शिवलाल कश्यप जिला संरक्षक
रामचन्द्र निषाद संगठन जिला अध्यक्ष
राजाराम निषाद निषाद वाहिनी
धर्मेन्द्र कश्यप जिला अध्यक्ष RNEP
संगीता निषाद जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा
डा आरके निषाद जिला सचिव
वेदनाथ निषाद विधानसभा अध्यक्ष सेवता
रामसिंह निषाद आई टी प्रमोटर
नरेन्द्र निषाद विधानसभा अध्यक्ष
रामचरन निषाद विधानसभा अध्यक्ष हरगांव
जगदीश निषाद विधानसभा अध्यक्ष महोली दुर्गेश कश्यप मोहले निषाद
What's Your Reaction?






