कारगिल विजय दिवस पर उन्नाव शहीद स्मारक मे आयोजित हुआ गरिमामयी समारोह

चंद्रशेखर प्रजापति
उन्नाव, देश की वीरगाथा, बलिदान और पराक्रम के प्रतीक कारगिल विजय दिवस के अवसर पर उन्नाव शहीद स्मारक, सैनिक कल्याण बोर्ड में एक भव्य एवं भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन एनसीसी कंपनी, डी.एस.एन. पी.जी. कॉलेज, उन्नाव के तत्वावधान में सम्पन्न हुआ, जिसका उद्देश्य वीर शहीदों की स्मृति को सम्मानपूर्वक जीवित रखना तथा युवाओं में देशभक्ति की भावना को जागृत करना था।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उन्नाव के सांसद डॉ. साक्षी महाराज ने कारगिल युद्ध के साहसी रणबांकुरों को नमन करते हुए कहा —“कारगिल के रणभूमि पर भारतीय सैनिकों ने जो साहस, पराक्रम और वीरता का परिचय दिया, उसी के बल पर भारत ने अद्वितीय विजय प्राप्त की। आज की हमारी सैन्य शक्ति और भी अधिक सशक्त, संगठित एवं आत्मनिर्भर हो चुकी है।” विशिष्ट अतिथि सदर विधायक श्री पंकज गुप्ता ने कहा— “कारगिल विजय केवल एक सैन्य उपलब्धि नहीं, अपितु भारतवासियों के लिए गर्व, प्रेरणा और संकल्प का प्रतीक है। जिन वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी, उन्हें नमन करते हुए हम उनका ऋण कभी नहीं चुका सकते।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं संपूर्ण समन्वय का दायित्व लेफ्टिनेंट डॉ. विपिन सिंह, एनसीसी एएनओ, डी.एस.एन. पी.जी. कॉलेज ने निभाया। उन्होंने कहा— “कारगिल विजय दिवस हम सबके लिए केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि उन अमर बलिदानों की स्मृति का दिवस है जो हमें सदैव देश सेवा की प्रेरणा देते रहेंगे। प्रत्येक नागरिक का यह दायित्व है कि वह सैनिकों के प्रति सम्मान व देश के प्रति समर्पण की भावना को जीवित रखे।” कार्यक्रम का सफल संचालन सीनियर अंडर ऑफिसर मनीषा यादव ने किया, जिन्होंने वीर शहीदों की शौर्यगाथा को ओजस्वी स्वर में प्रस्तुत कर वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।
तन्वी तिवारी, रितिमा तिवारी, नैना पाल और नीलम जैसी छात्राओं ने कार्यक्रम की व्यवस्थाओं, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और अनुशासन में महत्वपूर्ण योगदान देकर आयोजन को सफल बनाने में विशिष्ट भूमिका निभाई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, प्राध्यापकगण, गणमान्य नागरिक, सैनिक कल्याण बोर्ड के सदस्यगण तथा पूर्व सैनिक उपस्थित रहे। वक्ताओं ने शहीदों के बलिदान को राष्ट्र की धरोहर बताते हुए युवाओं से उनके पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया समारोह का समापन राष्ट्रगान एवं शहीदों को मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया।
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