35 लाख की संपत्ति को भाई ने अकेले ही डकार गया, पीडित ने मुख्यमंत्री दरबार मे लगाई न्याय की गुहार

सिधौली/सीतापुर। सिधौली क्षेत्र के रामदाना गांव के एक व्यक्ति ने पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे में हक न मिलने व मारपीट की घटना को लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित मंसाराम ने आरोप लगाया है कि उनके पिता ने अपने तीनों पुत्रों के साथ मिलकर लखनऊ के त्रिवेणी नगर में एक मकान बनवाया था। पिता की मृत्यु के बाद उस मकान को 35 लाख रुपये में बेच दिया गया, लेकिन उसे उसका हिस्सा नहीं दिया गया।
इसी दौरान उनके एक भाई का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मंसाराम ने बताया कि वह भी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। बीते 13 जुलाई को उनका बड़ा भाई रामविलास गांव आया और पैतृक घर खाली करने की धमकी देने लगा। विरोध करने पर मारपीट शुरू कर दी गई, जिससे पीड़ित समेत घर के अन्य सदस्यों को गंभीर चोटें आईं।
पीड़ित ने कहा कि गांव वालों के बीच-बचाव से उनकी जान बची, लेकिन हमलावर पहले ही कोतवाली पहुंचकर उनके खिलाफ फर्जी रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। इसके बाद थाने बुलाकर उन्हें धमकाया भी गया। मंसाराम का कहना है कि अब उनकी पत्नी और बच्चे डरे-सहमे हैं और थाने जाने से भी डर रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री के जनता दरबार और जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है। पीड़ित ने उम्मीद जताई है कि उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप से उन्हें न्याय मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सक्त कार्यवाही होगी।
What's Your Reaction?






