विश्व शिक्षक दिवस जोश-ओ-खरोश के साथ मनाया गया

सिधौली (सीतापुर)। मदरसा सैक्रेड एकेडमी, बाड़ी में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस (यौमे असातिज़ा) बड़े जोश-ओ-ख़रोश और रूहानी माहौल में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत-ए-क़ुरआन और हम्द से हुई, जिसके बाद छात्रों ने अपने गुरुओं के सम्मान में नग़मे, शेर-ओ-शायरी और तक़रीर पेश की। इस मौक़े पर प्रधानाचार्य क़ाज़ी निज़ामुद्दीन ख़ुसरो निज़ामी सफ़वी ने अपने प्रेरणादायक ख़िताब में कहा “उस्ताद का एहतराम सिर्फ़ किसी एक दिन तक सीमित नहीं होना चाहिए।
उस्ताद और तालिबेइल्म (विद्यार्थी) के दरमियान जो मोहब्बत और अदब का रिश्ता होता है, वह उम्रभर कायम रहता है। तालीम और तर्बियत के बिना कोई भी समाज तरक़्क़ी नहीं कर सकता।” कार्यक्रम में वाइस प्रिंसिपल उम्म अब्बासी ने भी अपने ख़यालात पेश करते हुए कहा “तालिबेइल्म की कामयाबी ही उस्ताद का सबसे बड़ा इनाम है। जब शागिर्द बुलंदी पर पहुंचता है, तो उस्ताद की मेहनत और फ़िक्र को असली मायने मिलते हैं।
”इस अवसर पर सभी शिक्षकों को गुलदस्ता, शिल्ड और दुआओं भरे अल्फ़ाज़ के साथ सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों ने शिक्षकों के सम्मान में जज़्बाती कविताएँ और तरन्नुम से भरपूर गीत प्रस्तुत किए, जिससे माहौल मोहब्बत, अदब और जज़्बे-ए-इल्म से महक उठा।कार्यक्रम के समापन पर मदरसा परिवार की ओर से तमाम शिक्षकों के प्रति तह-ए-दिल से शुक्रिया अदा किया गया। साथ ही विद्यार्थियों ने यह अहद (संकल्प) लिया कि वे हमेशा अपने उस्तादों का अदब करेंगे और इल्म की रौशनी से समाज को रौशन करेंगे।
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