मुख्य विकास अधिकारी उन्नाव पर महिला कर्मचारी ने लगाए मानसिक उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप
उन्नाव। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, जनपद उन्नाव में कार्यरत जिला मिशन प्रबंधक शिखा मिश्रा ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) उन्नाव, प्रेम प्रकाश मीना पर मानसिक उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और पद का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिखा मिश्रा के अनुसार, अगस्त 2024 से लगातार सीडीओ द्वारा उन्हें बदनीयती के उद्देश्य से प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे पहले भी वे इस संबंध में जिलाधिकारी उन्नाव एवं निदेशक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, लखनऊ को लिखित शिकायत दे चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
आरोपों में शामिल हैं:
निजी निवास पर बुलाने का दबाव: शिखा मिश्रा ने आरोप लगाया है कि सीडीओ शाम 6 बजे के बाद उन्हें अनावश्यक रूप से अपने निवास पर बुलाते थे और निजी टिप्पणियाँ करते थे।
अनुचित मांगें पूरी न करने पर वेतन रोका गया: शिकायत के अनुसार, सीडीओ द्वारा नवंबर माह का वेतन रोक दिया गया, क्योंकि शिखा मिश्रा ने उनकी अनुचित व्यक्तिगत मांगों को पूरा करने से इंकार कर दिया था।
सार्वजनिक अपमान: मीटिंग्स और सभागार में अन्य कर्मचारियों के समक्ष अपमानजनक व्यवहार कर उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाई गई।
झूठे आरोप और दबाव: एक मद की जांच में सीडीओ स्वयं अध्यक्ष बनकर, शिखा मिश्रा पर झूठे आरोप लगाने का षड्यंत्र रचा।
कार्यालय में काम करने से रोकना: शिकायत करने के बाद शिखा मिश्रा को कार्य करने से रोका गया और अनावश्यक कार्रवाई कर मानसिक दबाव बनाया गया।
शिखा मिश्रा ने यह भी कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के चलते उनकी कार्यक्षमता प्रभावित हुई है और वह मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस कर रही हैं।
उन्होंने शासन से अनुरोध किया है कि उन्हें तत्काल प्रभाव से लखनऊ जिला मिशन प्रबंधन इकाई में स्थानांतरित किया जाए, जिससे वह बिना मानसिक दबाव के अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें।
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