सीतापुर के चंद्रशेखर प्रजापति को 'विद्यावाचस्पति' (P.H.D) मानद उपाधि

सिधौली/ सीतापुर। तहसील क्षेत्र के सरौरा खुर्द निवासी युवा साहित्यकार एवं शिक्षाविद् चंद्रशेखर प्रजापति को उनकी साहित्यिक एवं शैक्षिक उपलब्धियों के लिए विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर (बिहार) द्वारा आयोजित वार्षिक अधिवेशन-सह-सम्मान समारोह में “विद्यावाचस्पति (Ph.D.)” की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। यह भव्य समारोह उत्तराखंड संस्कृत अकादमी, हरिद्वार के ऑडिटोरियम में अत्यंत गरिमामय वातावरण में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड सरकार के राज्य मंत्री श्याम वीर सैनी जी एवं संस्कृत अकादमी के शिक्षा निदेशक डॉ. आनंद भारद्वाज जी रहे, जिन्होंने संयुक्त रूप से यह विशिष्ट सम्मान प्रदान किया।
इस अवसर पर विद्यापीठ के कुलाधिपति डॉ. राम जन्म मिश्र सहित देशभर के अनेक वरेण्य विद्वान, शिक्षाविद् और साहित्य साधक उपस्थित रहे। डॉ. चंद्रशेखर प्रजापति को यह विशेष मानद डॉक्टरेट उपाधि उनके बहुआयामी साहित्यिक योगदान, सामाजिक चेतना से युक्त रचनात्मक लेखन, तथा शैक्षिक प्रदेयों के लिए प्रदान की गई। इस सुखद समाचार से जनपद सीतापुर एवं समूचे साहित्यिक जगत में हर्ष की लहर दौड़ गई।
शुभचिंतकों, साहित्यकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाइयाँ प्रेषित कीं। बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से सांसद राकेश राठौर, अध्यक्ष गंगाराम राजपूत, विधायक मनीष रावत, डॉ गंगा प्रसाद शर्मा, शिक्षाविद् आर. डी. वर्मा, पूर्व विधायक महेंद्र प्रताप सिंह यादव, गुरुजी आचार्य नंदीलाल ‘निराश’, कवि एवं साहित्यकार डॉ. देवेंद्र कश्यप ‘निडर’, डॉ. अजय वर्मा, समाजसेवी डॉ. संदीप यादव, पिंकी प्रजापति, पूजा वर्मा, कवि रोहित विश्वकर्मा, नीतू वर्मा, सुरेंद्रकांत मौर्य, इमरान मंसूरी, आसमा खान, डायट प्रवक्ता अमित कुमार, तथा डॉ. राजवीर शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि “यह सम्मान न केवल डॉ. चंद्रशेखर की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि सीतापुर की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरती का गौरव बढ़ाने वाला क्षण है।”
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